(चाल भतूळिया रेत रमां...सूं)
आभै उतरी प्रीत
बादळ बण!
विरह अमूझी
मुळकी धरती
लाजां मरती
मिली निजरां
लुकती-झुकती
मिलणै
लुकणै
झुकणै रै मिस
सेनो-सेन
बात तो हुई!
बातां-बातां
ढळती रातां
बादळ धरती
धरती बादळ
अेकोमेक!
देही पसेव
नैणां नीर
दाझ मेटणी
झरती पीर
प्रीत री.!
प्रीत...
उतरै आभै
बण बादळ.!
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