बकरे की गर्दन को
हलाल करते
उसे मिमियाते
दर्द से तड़फते छोड़
बीच में ही
चीख पड़ा
अपना
बड़ा सा
छूरा फैंककर
कसाई!
''अरे बशीर के बच्चे ॥!
भागकर
दवा ला,
दिखता नहीं..?
कट गई है
अंगुली मेरी.!!''